Yashasvi Jaiswal

Yashasvi Jaiswal

Under-19 एशिया कप में इंडियन क्रिकेट टीम के टॉप परफॉर्मर, एक ओपनिंग बैट्समैन जिसने भारत को Under-19 एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ अपनी टीम को बड़े स्कोर तक ले जाने के लिए एक परफेक्ट स्टार्ट की। यशस्वी जायसवाल।आईपीएल में राजस्थान की टीम से खेलनेवाले हुनरबाज़ खिलाडी जो डबल Century लगाने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के क्रिकेटर है। बाएं हाथ के बल्लेबाज, जिनके टैलेंट को आज कई लोग पहचान रहे हैं, यशस्वी ने इस कामयाबी तक पहुचने के लिए बहुत स्ट्रगल किया है। यशस्वी का जन्म 28 दिसंबर 2001 को उत्तर प्रदेश में हुआ था, उनके पिता भूपेंद्र जायसवाल एक हार्डवेयर स्टोर के मालिक हैं और माता कंचन जायसवाल एक हाउसवाइफ हैं। जायसवाल पहली बार 2015 में सुर्खियों में आए जब उन्होंने जाइल्स शील्ड मैच में 319 नॉट आउट रन बनाए, जो स्कूल क्रिकेट में एक ऑल-राउंड रिकॉर्ड था, जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से Recognition भी मिला। उसके बाद उन्हें मुंबई की अंडर-16 टीम में चुना गया और उसके बाद भारत की अंडर-19 टीम में। जायसवाल 318 रनों के साथ Highest रन बनाने वाले खिलाड़ी थे और उन्हें अंडर -19 एशिया कप 2018 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड भी मीला, जिसे भारत ने जीता था। 2019 में, उन्होंने साउथ-अफ्रीका अंडर-19 के खिलाफ एक यूथ टेस्ट मैच में 220 गेंदों पर 173 रन बनाए। उसी साल, उन्होंने इंग्लैंड में अंडर-19 Tri-series में 7 मैचों में 294 रन बनाए, जिसमें 4 half-centuries शामिल थी। दिसंबर 2019 में, 2020 अंडर-19 क्रिकेट world कप के लिए जैस्वाल का नाम भारत की टीम के लिए दिया गया। वहाँ वो टूर्नामेंट के लीडिंग स्कोरर बने और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ century बनायी।

हालांकि, 2011 में भदोही के इस youngster के लिए स्थिति बिल्कुल अलग थी। वो कहते है ना की सफता का सफर आसान नहीं होता और जैस्वाल के लिए भी कुछ उतना ही मुश्किल रहा ये रास्ता। जब वो आजाद मैदान में क्रिकेट training के लिए दादर, मुंबई आए, वो सिर्फ 10 साल के थे और उनके पास शहर में रहने के लिए कोई जगह तक नहीं थी। क्युकी दादर से मैदान काफी दूर था, इसलिए उन्होंने Relocate किआ और मैदान के पास में ही एक डेरी की दुकान में रहने लगे। जैस्वाल एक टेंट में रहते थे। उन्हें लंच और डिनर तो दिया जाता था लेकिन वहां बिजली, वाशरूम या पानी की कोई सुविधा नहीं थी। वहाँ जायसवाल की हालात में ज्यादा सुधार नहीं हुआ लेकिन फिर भी उन्होंने वहाँ रहना जारी रखा। लेकिन पैसा एक बड़ा Misleading Factor बन रहा था। ज्यादातर उनका टाइम क्रिकेट में लगने की वजह से, उन्हें डेयरी की दुकान से बाहर निकाल दिया गया। लेकिन फिर भी उन्होंने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा क्योंकि वो मुंबई सिर्फ खेलने आये थे और मुंबई के लिए ही खेलना चाहते थे, गुजारा करने के लिए उन्होंने एक फूड वेंडर के साथ काम करना शुरू किया। हालांकि, सब कुछ बदल गया जब उन्हें कोच ज्वाला सिंह ने नेट्स में देखा। जैस्वाल कुल 12 साल के थे जब पहली बार उनके कोच ने उन्हें bats के साथ देखा। जायसवाल की परफॉरमेंस से कोच सिंह तुरंत प्रभावित हुए। तब कोच के एक दोस्त ने कोच को बताया कि जायसवाल रहने के लिए जगह ढूंढने में स्ट्रगल कर रहे है और उनके पास यहां कोई कोच भी नहीं था, तब कोच ने उन्हें अपने विंग में लेने का फैसला किया और जल्द ही, जायसवाल कोच सिंह के साथ रहने लगे।

जैसा की सब जानते है की कामयाबी भी मेहनत करने वाले पर ही फ़िदा होती है और वही मेहनत लगन और पैशन के साथ यशस्वी ने आज ये कामयाबी हासिल की है। जल्द ही, जायसवाल ने 319 not आउट रन बनाकर खुद को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कर लिया। जल्द ही, भारत U-19 टीम में जगह बनाने से पहले मुंबई U-16 टीम में युवा खिलाड़ी की घोषणा की गई। सवाल के लिए एशिया कप के इतने अच्छे परिणाम देने के साथ, कोच ज्वाला सिंह को विश्वास है कि जैस्वाल एक दिन भारत के लिए जरूर खेलेंगे, अगर वह बड़े टूर्नामेंटस में इसी तरह खेलते रहे। पिछले तीन साल में उन्होंने 51 century लगाए हैं और 200 विकेट लिए हैं। उन्हें बड़े स्कोर बनाने की आदत हैं। आईपीएल 2023 में, यशस्वी जायसवाल ने राजस्थान रॉयल्स के लिए खेला। उन्होंने राजस्थान की टीम से 2020 में आईपीएल डेब्यू किया था। आज तक, उन्होंने अपने आईपीएल करियर में 34 मैच खेले हैं और 1024 रन बनाए हैं। उन्होंने 1 century और 6 हाफ-century भी लगाई हैं, जिसमें उनका हाईएस्ट आईपीएल स्कोर 124 रन है। यशस्वी जायसवाल ने अपने आईपीएल करियर में 124 चौके और 43 छक्के लगाए हैं। जैस्वाल ने अबतक के अपने तीन आईपीएल सीज़न से लोगो को बेहद इम्प्रेस किया है और हम उम्मीद करते है की आगे भी उनकी बेस्ट परफॉरमेंस ही देखले को मिलेगी और जल्द ही वो टीम इंडिया के लिए भी खेलेंगे।