Virat Kohli

विराट क्रिकेट की दुनिया के ऐसे खिलाड़ी हैं जिसे हर कोई जानता है यह इंटरनेशनल क्रिकेटर है राइट हैंड से खेलने वाले सबसे होना क्रिकेटरों में से एक है इंडियन क्रिकेट टीम के कैप्टन है इसके अलावा साल 2003 में इंडियन प्रीमियर लीग आईपीएल में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की तरफ से भी कप्तान रहे। जिस स्पीड में इन्होंने रन बनाया है उससे ज्यादा स्पीड में इन्होंने लोकप्रियता भी पाई है क्रिकेटरों के जानकारों का माने तो वह फ्यूचर के सचिन तेंदुलकर है। विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ उनके पिता एक लॉयर थे विराट कोहली की मां का कहना है जब वह 3 साल के थे उस टाइम से ही उन्होंने अपने हाथ में बेड पकड़ लिया था अपने पापा को हमेशा अपने साथ खेलने के लिए कहा करते थे विराट का बचपन दिल्ली के उत्तम नगर गुजरा और इनकी शुरुआती पढ़ाई विशाल भारतीय पब्लिक स्कूल से पूरी की। उनकी क्रिकेट के प्रति रुचि देखकर पड़ोसियों का कहना था कि विराट कोहली को गली क्रिकेट में टाइम वेस्ट नहीं करना चाहिए बल्कि किसी एकेडमी में जाकर उसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए कोहली के पिता ने 9 साल की उम्र में ही विराट को Delhi cricket academy ज्वाइन करवा दी विराट को उनके पिता और पड़ोसियों ने क्रिकेट खेलने के लिए सपोर्ट किया। उनके पहले कोच राजकुमार शर्मा थे। विराट कोहली खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी बहुत अच्छे थे उनके टीचर उन्हें एक होनहार और बुद्धिमान मानते थे विराट कोहली ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत दिल्ली के अंडर 15 मैं शामिल किया गया था उस टाइम पर विराट कोहली ने polly umrigar trophy मैं प्रोफेशनल क्रिकेट खेला था। साल 2004 के आखिर तक उन्हें दिल्ली अंडर-17 का सदस्य चुन लिया गया था उस टाइम पर उन्हें विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए खेलना था इस चार मैचों की सीरीज में उन्होंने 450 से ज्यादा रन बनाएं विराट की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था एक दिन अचानक उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा उनके पिता की ब्रेन स्ट्रोक की वजह से मृत्यु हो गई थी। इसका बहुत बुरा असर विराट के जीवन पर पड़ा वह अक्सर अपने इंटरव्यू में कहते हुए नजर आते हैं कि मैं आज जो भी हूं अपने पिता की वजह से हूं आज भी विराट कोहली अपने पिता को याद करके आंखें भर आते हैं साल 2006 में विराट कोहली को इंडिया की अंडर-19 टीम में सिलेक्ट कर लिया गया और उनका टूर इंग्लैंड था इस टूर्नामेंट में विराट कोहली ने 3 एकदिवसीय मैचों में 105 रन बनाए। मार्च 2008 में विराट कोहली को अंडर-19 टीम का कैप्टन बनाया गया जिसमें उन्हें मलेशिया में होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप मैच की कप्तानी करनी थी। जिसमें उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया इसके बाद विराट कोहली 2009 में इंडियन क्रिकेट टीम में श्रीलंका दौरे के लिए चुना गया उनकी भी बड़े गर्व की बात थी इतनी जल्दी उनके एक के बाद एक मैच में सिलेक्शन होते गए साल 2011 में वर्ल्ड कप खेलने का मौका मिला और उसमें इंडिया की जीत हुई इसी के साथ साल 2011 में उन्होंने टेस्ट मैच खेलना शुरू की और टेस्ट मैच में अपना बेहतरीन परफॉर्मेंस दिखाया साल 2013 में उन्होंने ओडीआई में सेंचुरी बनाई और खुद को साबित करके दिखाएं इसके बाद t20 मैच खेल कर दी उसमें भी लगातार सफल हुए साल 2014 में और और साल 2016 में दो बार मैन ऑफ द मैच का खिताब भी जीता इसी के साथ इन्होंने साल 2014 से साल 2017 तक लगातार बेहतरीन खेल कर भारत की जीत दर्ज कराई इतनी उम्दा प्रदर्शन के बाद इनकी गिनती सबसे अच्छे बल्लेबाजों में होने लगी ।इन्होंने t20 में एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़े कुछ मैचों में इनके विपरीत परिस्थिति का सामना करना पड़ा वेस्टइंडीज के खिलाफ सेमीफाइनल में अकेले 79 रन बनाने के बावजूद भारत को यह मैच नहीं जीता पाए पर फिर धीरे-धीरे t20 इंटरनेशनल और t20 वर्ल्ड कप में अपना स्थान जमाया और अच्छा प्रदर्शन किया साल 2014 में एमएस धोनी को चोट लगने की वजह से यह कप्तान बने उन्होंने पहली पारी में 111 रन बनाए यह टेस्ट में लगातार चार शतक बनाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने दूसरी पारी में 364 रन का टारगेट था जिसमें उन्होंने 195 रन बनाए और 315 रन पर यह मैच बहुत अच्छे से खेला गया इसी तरह से इनको तीनों formate मैच की कप्तानी दी गई तब से आज तक इन्होंने अच्छा खेला और अपनी कप्तानी को पूरी तरह से निभाया विराट कोहली ने अनुष्का शर्मा नाम की बॉलीवुड एक्टर से दिसंबर 2017 में विराट और अनुष्का ने इटली में शादी की विराट क्रिकेटर होने के साथ कई कंपनी के ब्रांड एंबेसडर भी है जैसे Philips इंडिया, remit2india, उबर इंडिया, manyavar, विक्स इंडिया, जैसी बहुत सी कंपनियां है... विराट ऐसा कहना है मैं सामने वाले को नहीं देखता क्यों कितना बड़ा खिलाड़ी है मैं बस इतना सोचता हूं कि मेरे पीछे करोड़ों फैंस का आशीर्वाद है।