Shiv Khera

ऐसा कहा जाता है जब बुरा वक्त आता है तो मानसिक तौर पर एक व्यक्ति टूट कर बिखर जाता है और ऐसा माना जाता है की बुरा वक्त में जो व्यक्ति हिम्मत नही हारता है और आपने लक्ष्य की तरफ लगन और मेहनत से आगे बढ़ता रहता है वो ही जीवन मे सफलता प्राप्त करता है ऐसे ही एक व्यक्ति हे Shiv Khera जो एक businessman, author of top selling books, or motivational speaker है वैसे तो इनका जन्म dhanbaad jharkhand में एक अच्छे business family में हुआ इनकी जिंदगी में सब कुछ अच्छा चल रहा था लेकिन फिर किनहीं वजह से इनका family business की हालत बद से बदतर होती गई हालत इतनी खराब हो गई थी घर का सामान बेचने की नौबत आ गई थी शिव खेड़ा ने अपने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि जब वह कॉलेज में थे तब उनके पिताजी की मृत्यु हो गई थी और उनके business में भी दिक्कत आने की वजह से उनके घर की ऐसी हालत हो गई जिसके बाद उन्होंने कहीं और अलग अलग तरीके के बिजनेस स्टार्ट करें लेकिन उनमें से कोई भी नहीं चल पाया और इतना ही नहीं यहां तक कि जब उनकी बेटी का जन्म हुआ था तो अपनी बेटी को हॉस्पिटल से release करवाने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे फिर उन्होंने अपनी मां की आखिरी बचा हुई jewellery piece भेचा और उन पैसों से वो अपनी बेटी को करना है उसके बाद शिव खेड़ा अपनी फैमिली के साथ गार्डन शिफ्ट हो गए जहां उनकी बहन पहले से ही रहती थी वहां जाकर उनकी पत्नी ने बैंक में नौकरी करना शुरू कर दिया और शिव खेड़ा नौकरी की तलाश करने लगे और कुछ छोटे-मोटे काम करने लगे लेकिन कहते हैं ना भगवान के घर देर है अंधेर नहीं न्यूज़पेपर में part time Naukri कस्टमर देखकर वह घर घर जाकर जब वह सामान का डेमो देने लगे तब उनकी मुलाकात एक इंडियन परिवार से हुई शिवसेना को देखकर उस व्यक्ति ने पूछा कि क्या तुम एलआईसी एजेंट बनना चाहोगे उन्होंने मना कर दिया और तो वहां से चले गए अपनी बीवी के समझाने पर उन्होंने एलआईसी एजेंट बनने का टेस्ट दिया और वह पास हो गए नौकरी लगने के बाद तकरीबन 3 महीने के अंदर एक भी इंश्योरेंस पॉलिसी बेच नहीं पाए थे जिस वजह से उनको नौकरी से निकालने का नोटिस जारी कर दिया गया था यह देखकर वह घबरा गए और उन्होंने एक इंश्योरेंस पॉलिसी बेची जिस वजह से उनकी नौकरी बच गई लेकिन इसके बाद उन्होंने प्रण ले लिया था कि मैं जरूर कुछ करके दिखाऊंगा और फिर उन्होंने वह करके दिखाया जो उस समय वहां पर कोई नहीं कर पाया था उन्होंने 1 साल के अंदर एक मिलियन डॉलर का लाइफ इंश्योरेंस बेचा दूसरे साल में उन्होंने 3 मिलियन डॉलर का इंश्योरेंस बेचा तीसरे साल में 5 मिलियन डॉलर का इंश्योरेंस बेचा और चौथे साल में सारे रिकॉर्ड्स तोड़ते हुए शिव खेड़ा ने million dollar round table qualify कर लिया और ऐसी सफलता ने उन्हें लोगों के बीच काफी चर्चित कर दिया इसके बाद उन्होंने 1984(चोरासी) में एक कंपनी खरीदी और उस company में काफी clients पर काम करने के बाद उन्होंने उसे कुछ समय बाद एक अच्छे amount पर बेच दिया फिर एक बार उन्होंने टीवी पर एक मोटिवेशनल स्पीकर इनका नाम था Dr Norman Vincent Peal से इंस्पायर होकर उन्होंने मोटिवेशनल स्पीकर बनने का सोचा और अपनी कई किताबे you can sell, you can win, you can achieve more, living is honour, freedom is not free जैसी कई फेमस किताबें इन्होंने लिखें और आज एक मोटिवेशनल स्पीकर है लोगों के लिए बहुत बडे inspiration है अंत में उनकी कहीं कुछ बातें.... लोकेश की परवाह नहीं करते हैं कि आप कितना जानते है वॉटर जानना चाहते हैं कि आप कितना ख्याल रखते हैं, अगर हम हल का हिस्सा नहीं है तो हम समस्या है, आप सोचते हैं की आप कर सकते हैं तो आप कर सकते हैं अगर आपको लगता है की आप नहीं कर सकते हैं तो आप नहीं कर सकते हैं दोनों ही सूरतो में आप सही हैं….