Shakti Kapoor

शक्ति कपूर इंडियन फिल्म इंडस्ट्री का वह नाम जिसे सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के सिनेमा के जानकार उनकी बेहतरीन अदाकारी से वाकिफ हैं.इन्हे विलेन बना लो या बना लो एक कॉमेडियन या फिर एक बेहतरीन अभिनेता हर तरह के रोल में उन्होंने अपनी बेहतरीन अदाकारी दिखाई। इनका जन्म दिल्ली के एक पंजाबी परिवार में 3 सितंबर 1958 को हुआ और इनका असली नाम सुनील सिकंदर लाल कपूर है। इनके पिता टेलर की दुकान दिल्ली के कनॉट प्लेस मे थी। और इनके पिता का नाम सिकंदर लाल कपूर और इनकी मां का नाम सुशीला कपूर जो एक हाउसवाइफ थी। शक्ति कपूर बचपन से बहुत शरारती रहे जिसकी वजह से होने 3 स्कूलों से बाहर निकाल दिया गया था holy child, Frank Anthony public school और  salwan public school. ये अक्सर स्कूल में झगड़े करते हुए पकडे जाते  और खराब बर्ताव की वजह से स्कूल से बाहर निकाल दिया जाते इनके पिता का सपना था कि वह अपनी फैमिली बिजनेस में सपोर्ट करें लेकिन शक्ति कपूर को ट्रैवल एजेंसी खोलना चाहते इसी वजह के चलते इन दोनों के बीच में अक्सर तनाव रहता उस समय में यह दोनों इस बात से अनजान थे कि आने वाले समय में शक्ति कपूर एक बेमिसाल एक्टर बन जाएंगे । Shakti ने Delhi University के किरोरीमल कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की  . इन्हें बचपन से ही क्रिकेट का शौक था और इसी की वजह से उनका कॉलेज में एडमिशन भी हुआ। और उसके बाद धीरे-धीरे उनके कदम मॉडलिंग की तरफ बड़े। उस टाइम मिल करोल बाग में विष्णु नाम का एक पान वाला था जिसमें शक्ति कपूर को पहली बार कहा था कि तुम एक्टर बन जाओ । और साथ ही उसने अपनी दुकान में शक्ति कपूर का एक फोटो लगा लिया। कुछ टाइम बाद शक्ति कपूर बतौर मॉडल नजर आए और कुछ दोस्तों के साथ मिलकर इन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे का फॉर्म फिल किया और उन्हीं दोस्तों के साथ मिलकर उन्होंने एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी भी की लेकिन इसमें सिर्फ शक्ति कपूर का ही सिलेक्शन हुआ। जब ये FTII पहुंचे तो इनकी जबरदस्त रैगिंग हुई और इनकी रैगिंग करने वाले कोई और नहीं वह थे मिथुन चक्रवर्ती लेकिन बाद में इन दोनों में बेहद अच्छी दोस्ती हो गई अब तक उनका नाम सुनील कपूर था एक रोड एक्सीडेंट की वजह से इन्हें काम मिला दरअसल यह कार चला रहे थे तो तब एक मर्सिडीज कार उनकी गाड़ी से टकरा गई शक्ति कपूर बाहर निकले और कहने लगे मुझे मेरे नुकसान के पैसे दीजिए। उस मर्सिडीज गाड़ी से बाहर निकलने वाला शख्स कोई और नहीं था वह थे फिरोज खान और इस तरह से वह एक्सीडेंट शक्ति कपूर के लिए एक्टिंग की पहली सीढ़ी बना। फिरोज खान इस एक्सीडेंट को नहीं भूल पाए थे उन्होंने अपने दोस्तों से कहा की एक अजीबो गरीब लड़का मेरी कार से टकरा गया था अगर वह मेरी फिल्म कुर्बानी मे बतौर विलेन काम करें तो बात बन जाएगी। और पहली बार उन्हें फिल्म कुर्बानी में एक्टिंग करने का मौका मिला इसमें वो बेहतरीन एक्टिंग की वजह से रातो रात स्टार बन गए । इनका नाम सुनील कपूर से शक्ति कपूर कैसे बना इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है अनिल दत्त ने अपनी फिल्म रॉकी में बतौर विलेन कास्ट किया यह वह फिल्म थी जिसमें संजय दत्त पहली बार स्क्रीन पर आने वाले थे और तभी उन्हें ये एहसास हुआ किसकी सुनील कपूर नाम एक विलेन की पर्सनैलिटी पे सूट नहीं करता फिल्मों में अगर विलेनस का ही रोल करना है तो नाम दमदार होना चाहिए और उसी वक्त उनका नाम शक्ति कपूर रखा गया। इसके बाद कभी भी शक्ति कपूर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा फिल्म इंडस्ट्री में बहुत से हीरो आए और गए लेकिन शक्ति कपूर ने अपनी जगह को संभाल कर रखा। इसके बाद वह धीरे-धीरे बतौर कॉमेडियन भी नजर आने लगे फिल्म राजा बाबू के नंदू को कौन भूल सकता है फिर कादर खान के साथ भी उनकी कॉमिक टाइमिंग की खूब तारीफें हुई। कादर खान के साथ लगभग 100 फिल्मों में काम किया। फिल्म अंदाज़ अपना अपना भी क्राईम मास्टर गोगो किरदार में तो उन्होंने सबके छुड़ा दिए। उन्होंने बहुत सी फिल्मों में काम किया जिनके नाम है हलचल, चुप चुप के,हंगाम,मालामाल वीकली और भागम भाग। हिंदी फिल्मों के साथी शक्ति ने बंगाली, उड़िया असमिया की कुछ फिल्मों में भी काम किया। शक्ति कपूर की तरह ही उनके बच्चे सिद्धार्थ कपूर और श्रद्धा कपूर दोनों ही फिल्मों में काम करते हैं और श्रद्धा कपूर आज की हिट actresses की लिस्ट मे आती है। शक्ति कपूर ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से बॉलीवुड में अपना नाम गोल्डन वर्ड्स में लिखवाया है।