Sanju Samson

Sanju Samson

केरल के एक छोटे से गॉंव से अपने सपनो की उड़ान भर के अपनी मेहनत से , खुद का नाम बना ने वाले इस क्रिकेट प्लेयर की कहानी जान ने लायक है 
संजू विश्वनाथ सैमसन एक पेशेवर भारतीय क्रिकेटर हैं जो विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं। उनका जन्म 11 नवंबर 1994 में एक लैटिन कैथोलिक मलयाली परिवार  में केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के पास एक गांव पुल्लुविला में हुआ था . सैमसन कम उम्र से ही एक बेहद होनहार खिलाड़ी थे और 2015 में international cricket  में debut करने से पहले भारत में domestic cricket  में लहरें बना रहे थे।
संजू की मां, लीगी विश्वनाथ एक गृहिणी हैं ,उनके पिता, सैमसन विश्वनाथ, पहले दिल्ली पुलिस में एक कांस्टेबल थे. वह एक फुटबॉलर भी थे, जिन्होंने संतोष ट्रॉफी में दिल्ली ko represent  किया था . संजू की पत्नी चारुलता रमेश , जिनसे उन्होंने 22 दिसंबर 2018 को  कोवलम में एक  निजी समारोह में शादी की.  संजू ने रोजरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दिल्ली में पढ़ाई की और डीएल डीएवी मॉडल स्कूल, शालीमार बाग की अकादमी में कोच यशपाल से कोचिंग ली . apni young age में, केरल जाने पर उन्होंने तिरुवनंतपुरम में मास्टर्स क्रिकेट क्लब में शामिल हुए और बीजू जॉर्ज की देखरेख में training  लि.   
सैमसन के शुरुआती क्रिकेटिंग करियर को आयु-समूह क्रिकेट में उनके प्रभावशाली प्रदर्शन से चिह्नित किया गया था। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में केरल के लिए खेला और विभिन्न अंडर-19 टूर्नामेंट में भारत ko represent  भी किया। domestic level पर उनके लगातार प्रदर्शन ने उन्हें 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स के साथ contract  दिलाया। अपने पहले सीज़न में, उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ सिर्फ 41 गेंदों में शानदार 63 रन बनाए, जिससे रॉयल्स को मदद मिली, 172 के लक्ष्य का पीछा करने के लिए।
सैमसन ने अगले कुछ वर्षों में आईपीएल में प्रभावित करना जारी रखा, और domestic cricket  में उनके लगातार performance ने उन्हें 2015 में भारतीय क्रिकेट टीम में बुला लिया। उन्होंने जुलाई 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपनी शुरुआत की, जहां उन्होंने प्रभावशाली 19 रन बनाए। सिर्फ 24 गेंदों पर। हालांकि, वह अपने शुरुआती वादे को निभाने में नाकाम रहे और कुछ मैचों के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
इस झटके के बावजूद सैमसन ने domestic cricket  और आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन जारी रखा। 2018 में, उन्हें राजस्थान रॉयल्स के कप्तान के रूप में नियुक्त किया गया, जो उनके करियर में एक प्रमुख मील का पत्थर था। 2021 के आईपीएल सीज़न में, उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ शानदार शतक बनाया, एमएस धोनी के बाद आईपीएल में शतक बनाने वाले केवल दूसरे भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज बन गए।
भारतीय क्रिकेट टीम में इस ही बात पे मुद्दा चल रहा है  और लोग सवाल उठा रहे है , की संजू सेमसन की इतनी बेहतरीन प्रदर्शन क बावजूद उन्हें मौका क्यों नहीं दिया जा रहा है या phr 1-2 मैच क baad टीम से क्यों nikaal दिए जा रहा है।  भारतीय  टीम द्वारा की जा रही इस न इंसाफ़ी को देख आयरलैंड के प्रेजिडेंट डेविड ग्रिफिन ने सेमसन को  बतौर कैप्टन अपनी टीम से खेलने का मौका दिया है, उन्होंने ये कहा है की अगर sanju Samson ko भारतीय टीम से मौका नहीं मिल रहा है तोह उनका हमारी टीम में स्वागत है।  अगर वो चाहे तोह आयरलैंड की टीम से खेल सकते है , मगर संजू सेमसन ने इसके जवाब में ये कहा है की mai सच्चा भारतीय हु अगर मुझे इंडियन टीम से मौका नहीं दिया जा रहा तोह ज़रूर सेलेक्टर्स को मुझे कोई कमी नज़र आरही होगी , mai उसमे सुधार करने का प्रयास करूंगा , कभी न कभी टीम मॅनॅग्मेंट मुझे मौका ज़रूर देगी। 

कुल मिलाकर, संजू सैमसन का अब तक का सफल करियर रहा है और उन्होंने खुद को भारत के सबसे होनहार युवा क्रिकेटरों में से एक के रूप में स्थापित किया है। उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत के साथ, आने वाले वर्षों में उन्हें और भी अधिक सफलता हासिल करने की उम्मीद है।