Rishi Sunak

एक ऐसा नाम जिन्होने विदेश मे रहकर इतिहास रचकर दिखाया जिससे सादियों तक याद रखा जाएगा ऋषि ब्रिटेन के पीएम बने हैं और यह पहले भारतवंशी है जो ब्रिटेन के पीएम बने ऐसे में लोगों को यह जाने की बहुत ज्यादा उत्सुकता होती है कि आखिर ऋषि सुनक कौन है जिन्होंने हिस्ट्री के पन्नों को पलट कर रख दिया एक समय ऐसा था जब एक ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत पर 200 साल तक राज किया था वही आज एक इंडियन ब्रिटेन का प्रेसिडेंट का बना गया है ऐसे में पीएम बनने तक की ऋषि सुनक की कहानी बेहद दिलचस्प होगी दरअसल ऋषि सुनक ने पीएम के चुनाव में पेनी मोरडॉन्ट को हराकर ये जीत अपने नाम की सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के 180 से ज्यादा सांसदों का समर्थन मिला जिसके पेनी ने अपना नाम वापस ले लिया और इस तरह ऋषि सुनक ब्रिटेन के पीएम का चुनाव जीत गए ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन मे हुआ ऋषि के पिता डॉक्टर और मां केमिस्ट चलाती थी इनका परिवार एक पंजाबी, ब्रह्मण हिंदू परिवार है जो 80 के दशक में भारत में रहता था। उस वक्त उनके पिता जसवीर और माता उषा इंग्लैंड व्यापार करने के इरादे से बस गए थे। ऋषि ने इंग्लैंड के वेनचास्टर कॉलेज से पूरी पढाई की। ये कॉलेज इंग्लैंड का एक फेमस बोर्डिंग बॉयज स्कूल है। इसके बाद लिंकन यूनिवर्सिटी से उन्होंने ग्रेजुएशन पूरी की। और इसके बाद उन्होंने 2006 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। और अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सुनक investment bank Goldman sachs (गोल्डमैन सेक्स) के साथ काम किया इस कंपनी के बाद वो हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए सुनक ने ऑक्सफोर्ड और स्टेंडफोर्ड यूनिवर्सिटी जाने से पहले एक इंडियन रेस्टोरेंट में वेटर के तौर पर भी काम किया राजनीति में आने से पहले सुनक ने एक अरब पाउंड की ग्लोबल इंवेस्टमेंट कंपनी बनाई इस कंपनी की खासियत थी कि ये ब्रिटेन के छोटे स्तर के कारोबार में पैसा लगाने में मदद करती थी साल 2015 में पहली सुनक यार्कशयर सांसद चुने गए उनकी सबसे खास बात ये है कि उन्होंने सांसद के तौर पर भागवत गीता पर हाथ रखकर शपथ ली जिसके चलते ऋषि सुनक एक इंटरव्यू में पूछा गया कि आपने भगवत गीता पर हाथ रखकर शपत क्यों ली तो इसका जवाब उन्होंने अपने ही अंदाज में दिया ऋषि ने कहा कि मैं ब्रिटेन का नागरिक हूं, लेकिन मेरा धर्म हिंदू है, भारत मेरी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत है, और मैं गर्व से कह सकता हूं कि मैं एक हिंदू हूं और हिंदू होना ही मेरी पहचान है।सुनक अपनी धार्मिक पहचान को लेकर काफी मुखर है वो रेगुलर मंदिर जाते हैं। एक रैली के दौरान सुनक ने कहा था कि भाले ही वो एक ब्रिटिश नागरिक है लेकिन उन्हें अपने हिंदू होने पर गर्व है सुनक टेरिजा सरकार में जुनियर मंत्री भी रह चुके हैं इसके बाद साल 2019 में बोरिस जॉनसन सरकार में सुनक को वित्त मंत्री बनाया गया लेकिन कोरोनावायरस के टाइम में ऋषि सुनक को एक अलग पहचान मिली क्योंकि ये वही दौर था जब ब्रिटेन की इकोनामिक कंडीशन डामाडोल हो रही थी लेकिन सुनक ने अपनी सूझबूझ से यूके की इकोनामिक कंडीशन को मजबूती से संभाले रखा और इसी के चलते सुनक एक अलग ही पहचान मिली। ऋषि सुनक की वजह से ही कोरोना के टाइम में भी लोग सैलरी कम नहीं हुई सैलरी कम नहीं इसका फायदा काफी लोगों को हुआ और इसी के चलते सुनक ब्रिटेन के आम लोगों के दिलों में छा गए हालांकि ऋषि सुनक नारायण मूर्ति के दामाद है नारायण मूर्ति इंफोसिस कंपनी के को-फाउंडर है। और उनकी पत्नी अक्षरा मूर्ति जो ब्रिटेन की सबसे अमीर महिलाओं में शामिल है। जिसमें भारत में दिवाली मनाई जा रही थी उसी टाइम ऋषि सुनक के ताजपोशी की खबर आई ऋषि सुनक की ड्रेस पर अक्षर भगवान गणेश की एक छोटी सी मूर्ति हमेशा मौजूद होती। ऋषि सुनक ब्रिटेन सबसे से अमीर इंसानो मे एक है। उनकी संपत्ति कई जानी-मानी हस्तियों से भी ज्यादा है ऋषि सुनक की संपत्ति इस बात से भी लगाया जा सकता है ब्रिटेन की सबसे रईस फुटबॉलर प्लेयर से करीब 10 गुना ज्यादा अमीर है।