MS Dhoni

M.S Dhoni

महेंद्र सिंह धोनी का नाम, दुनियां भर के महान cricketers में गिना जाता है और आज ये एक कामयाब खिलाड़ी हैं. लेकिन क्रिकेटर बनने की राह धोनी के लिए इतनी आसान नहीं थी और एक साधारण इंसान से महान क्रिकेटर बनने के लिए इन्हें अपने जीवन में काफी संघर्ष करा है . सन् 1981 में भारत के झारखंड राज्य में जन्में धोनी ने ranchi के डीएवी जवाहर विद्या मंदिर स्कूल से अपनी शुरुआती शिक्षा हासिल की. अपनी 12 वीं कक्षा की पढ़ाई करने के बाद इन्होंने सेट.ज़ेवियर कॉलेज में admission लिया.. लेकिन क्रिकेट के लिए धोनी को अपनी पढ़ाई के साथ समझौता करना पड़ा और इन्होंने अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया. धोनी ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत अपने स्कूल के दिनों से ही कर दी थी, पर इंडियन टीम का हिस्सा बनने में इनको कई साल लग गए. लेकिन जैसे ही धोनी को देश की ओर से खेलने का मौका मिला, तो इन्होंने इस मौके का बखूबी उपयोग किया और धीरे-धीरे से अपने आपको क्रिकेट की दुनिया में स्थापित कर लिया. इन्हे साल 1999 में पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिला और यह पहला रणजी ट्रॉफी मैच बिहार की तरफ से असम क्रिकेट टीम के विरुद्ध खेला गया था. इस मैच की दूसरी पारी में धोनी ने 68 रन बनाए, जबकि रणजी ट्रॉफी के इस Session में इन्होंने कुल 5 मैचों में 283 रन अपने नाम किए. इस ट्रॉफी के बाद धोनी ने और भी घरेलू मैच खेले. धोनी के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद भी इनका selection ईस्ट जॉन सेलेक्टर द्वारा नहीं किया गया. जिसके कारण धोनी ने खेल से दूरी बना ली और साल 2001 में कोलकाता राज्य में रेलवे विभाग में बतौर टिकट कलेक्टर के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया. लेकिन धोनी का मन इस नौकरी में नहीं लगा और इन्होंने तीन साल के अंदर ही इस नौकरी छोड़ दि और फिर से अपने क्रिकेट करियर पर ध्यान देना शुरू किया. साल 2001 में धोनी का selection दिलीप ट्रॉफी के लिए हो गया, लेकिन धोनी को इस बात की जानकारी सही समय पर मिल नहीं पाई. जिसके कारण धोनी इस ट्रॉफी में हिस्सा नहीं ले पाए.

साल 2003 में धोनी को जमशेदपुर में Talent Resource Development Wing के मैच में खेलते हुए बंगाल के पूर्व कप्तान प्रकाश पोद्दार ने देखा था. जिसके बाद उन्होंने धोनी के खेल की जानकारी राष्ट्रीय क्रिकेट accadmy को दी और इस तरह से धोनी का SELECTION बिहार की अंडर 19 टीम में हो गया. धोनी ने साल 2003 के देवधर ट्रॉफी के टूर्नामेंट में पूर्वी जोन टीम में भी हिस्सा लिया. देवधर ट्रॉफी का ये सीजन इनकी टीम द्वारा जीता गया और धोनी ने इस सीजन में कुल 4 मैच खेले, जिनमें इन्होंने 244 रन बनाए. साल 2004 में धोनी का selection ‘इंडिया ए’ टीम में हुआ. ‘इंडिया ए’ टीम की ओर से धोनी ने अपना पहला मैच बतौर विकेट कीपर खेला और जिम्बाबे टीम के विरुद्ध काफी अच्छा प्रदर्शन किया. तीन देशों के बीच हुई series में भी धोनी ने दमदार प्रदर्शन किया और ‘पाकिस्तान ए’ टीम के विरुद्ध खेले गए मैच में अपने HALF CENTURY की मदद से धोनी ने भारतीय टीम को मैच जिताया. धोनी को भारतीय टीम की ओर से पहला ODI खेलने का मौका साल 2004 में मिला और इन्होंने अपना पहला ODI मैच बंग्लादेश टीम के विरुद्ध खेला. अपने पहले international मैच में वे कुछ खास नहीं कर सके और शून्य पर लौट गये. हालांकि धोनी के खराब प्रदर्शन के बावजूद भी इनका selection पाकिस्तान के साथ खेले जाने वाले अगले ओडीआई मैच में कर लिया गया और इस मैच में धोनी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया. मैच में इन्होंने 148 रन अपने नाम किए थे, जिसके साथ ही ये पहले ऐसे भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज भी बन गए जिन्होंने इतने रन बनाए हों. धोनी ने अपना पहला टी- 20 मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला और अपने पहले टी 20 मैच में धोनी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था. क्योंकि इस मैच में धोनी ने केवल दो गेंदों का ही सामना किया था और शून्य पर आउट हो गए थे. हालांकि टीम इंडिया ने इस मैच को जीत लिया था. धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से फ़र्स्ट टेस्ट मैच खेलने का अवसर साल 2005 में मिला था और इन्होंने अपना PEHLA मैच श्रीलंका टीम के विरुद्ध खेला था. इस मैच की पहली इनिंग में धोनी ने कुल 30 रन अपने नाम किए थे. मगर बारिश के चलते ये मैच बीच में ही बंद करना पड़ा था. साल 2006 में पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए इन्होने अपनी पहली टेस्ट CENTURY लगाई थी और इसी के कारण ही इस टेस्ट मैच में भारत को फॉलो-ऑन से बचने में मदद मिली थी. धोनी के कप्तान बनने से पहले भारतीय टीम की ज़िम्मेदारी राहुल द्रविड़ के पास थी और जब राहुल द्रविड़ ने अपने पद को छोड़ा तो उनकी जगह भारत का अगला कप्तान धोनी को चुना गया. कहा जाता है कि धोनी को भारतीय टीम की कप्तानी देने की बात राहुल द्रविड़ और सचिन ने BCCI से की थी. जिसके बाद BCCI ने धोनी को सन् 2007 में भारतीय टीम का कैप्टन बनाया.

भारत के कप्तान बनने के बाद सितंबर 2007 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुए ICC World Cup T-20 में इन्होने भारतीय टीम को लीड किया और इस टूर्नामेंट को जीता. World T-20 कप जीतने के बाद धोनी को वन डे मैच और टेस्ट मैच की कप्तानी भी सौप दी गई और धोनी ने उनको दी गई इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया. धोनी की कप्तानी के तहत ही भारत साल 2009 में ICCटेस्ट रैंकिंग में FIRST आया और धोनी ने कई सारे रिकॉर्ड भी अपने नाम किए. धोनी ने दो WORLD कप में भारत को LEAD किया है और अपनी कप्तानी के तहत, भारत साल 2011 में WORLD कप जीता है. जबकि साल 2015 के हुए WORLD कप में भारत को SEMI-FINAL तक पहुंचाने में धोनी कामयाब रहे. धोनी ने साल 2014 में अपना करियर का अंतिम टेस्ट मैच ऑस्ट्रलिया टीम के विरुद्ध खेला था. इस टेस्ट मैच में इन्होंने कुल 35 रन बनाए. मैच खत्म होने के बाद धोनी ने टेस्ट मैच से सन्यास लेने की जानकारी मीडिया के साथ साझा की और इस तरह से ये धोनी के जीवन का आखिर टेस्ट मैच बन गया. महेंद्र सिंह धोनी 2008 में पहले आईपीएल सीज़न से आईपीएल खेल रहे हैं। उन्होंने 2010, 2011, 2018 और 2021 में चेन्नई सुपर किंग्स को चार खिताब दिलाए हैं। उन्होंने 2016-17 से राइजिंग पुणे सुपरजायंट के लिए भी खेला है।धोनी उस टीम का भी हिस्सा रहे हैं जो 2017 में स्टीव स्मिथ की कप्तानी में उपविजेता रही थी। हालांकि उन्होंने 2020 में ही INTERNATIONAL क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया। ये IPL धोनी अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान के रूप में खेल रहे है. उनके सभी दर्शक उनको खेलता हुआ देख काफी खुश है। अंदाज़ा लगाया जा रहा है की धोनी इस साल के सीजन के बाद आईपीएल से retirement की announcement कर सकते हैं। महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर एक फिल्म भी बनाई गई हैं. जिसका नाम ‘एम.एस धोनी: the अंटोल्ड स्टोरी’ हैं और ये फिल्म साल 2016 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में धोनी की जिंदगी को दर्शाया गया हैं और इनकी भूमिका को एक्टर सुशांत सिंह राजूपत द्वारा निभाया गया हैं.

फोर्ब्स मैंगजीन ने 2012 में धोनी का नाम दुनिया के सबसे ज्यादा कमाने वाले खिलाड़ियों में शामिल किया था. इसके अलावा धोनी साल 2012 से लेकर 2014 तक भारत सरकार को सबसे अधिक टैक्स देने वाले खिलाड़ी भी बने. महेंद्र सिंह धोनी को साल 2007 में इंडिया गवर्नमेंट ने राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिया जो कि खेल की दुनिया में दिया जाने वाला Top अवार्ड है. धोनी को साल 2009 में पद्म श्री अवार्ड और साल 2018 में पद्म भूषण से भी इंडिया की गवर्नमेंट द्वारा नवाजा गया है. इसके अलावा धोनी ने दो बार आईसीसी ओडीआई प्लेयर ऑफ दी ईयर, मैन ऑफ दी मैच और मैन ऑफ दी सीरीज अवॉर्ड भी जीत रखे हैं. धोनी क्रिकेटर होने के साथ–साथ कई तरह के व्यापारों से भी जुड़े हुए हैं और इन्होंने रांची में अपना एक होटल भी खोल रखा है, जिसका नाम इन्होंने माही निवास रखा है. साल 2016 में धोनी ने कपड़ों के BUSINESS में भी कदम रखा था और इन्होंने रीति Group के साथ मिलकर SEVEN नाम के एक कपड़ों का ब्रांड को शुरू किया है. धोनी को गाड़ी और बाइक का काफी शौक है और इन्होंने कई तरह की गाड़ी और बाइक खरीद रखी हैं. इसके अलावा धोनी को जानवरों से भी काफी प्यार है और इन्होंने दो कुत्तों को भी पाल रखा है. धोनी का जीवन हमारे देश के युवाओं के लिए काफी प्रेरणा जनक है और आज भी इनके फैन्स की संख्या में कोई भी कमी नहीं आई है. आज भी जब भी धोनी मैदान में खेलने के लिए उतरते हैं. तो हर किसी को केवल इनकी बैटिंग का ही इंतजार रहता है. चाहे आईपीएल के मैच हो या फिर international मैच, धोनी हर मुकाबले को बेहद ही शांत तरीके से खेलते हैं और अपनी टीम को आसानी से जीत दिलवा देते हैं. धोनी ने मेहनत के दम पर आज जो मुकाम पाया है, वो शायद ही कोई और क्रिकेटर हासिल कर पाए और शायद की हमारे देश को कभी कोई दूसरा धोनी मिल पाए.