Manpreet Singh

Author - Zeba

 

मनप्रीत सिंह एक ऐसे प्लेयर  जिन्होंने इंडियन हॉकी टीम में फिर से जान डाली है मनप्रीत सिंह इंडियन नेशनल हॉकी टीम के कैप्टन है उनकी कप्तानी में भारत ने हॉकी में ओलंपिक में 41 साल बाद ब्रोंज मेडल जीता ये  कहना भी गलत नहीं होगा 41 साल बाद मिले इस मेडल के लिए सभी इंडियन खिलाड़ियों ने जमकर मेहनत की और उन्होंने उसका फल मिला वो पल पूरे देश के लिए गर्व का पल था। मनप्रीत सिंह ने इतिहास के पन्नों में अपना नाम लिखवा लिया है इस जीत को मनप्रीत सिंह ने कोविड warrior को समर्पित किया है। मनप्रीत सिंह ने साल 2017 से टीम इंडिया की कमान संभाली लंबे समय से हॉकी में संघर्ष कर रही टीम ने मनप्रीत सिंह की अगुवाई में पिछले सालों में बहुत सी उपलब्धियां हासिल की मनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम एशिया कप, एशियन चैंपियन ट्रॉफी में गोल्ड मेडल, चैंपियंस ट्रॉफी में सिल्वर मेडल और साल 2018 एशियन गेम्स में ब्रांच मेडल जीता... साल 2019 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (international hockey federation )ने मनप्रीत सिंह को प्लेयर ऑफ द ईयर के अवार्ड से भी सम्मानित किया था। मनप्रीत को बचपन से ही हॉकी खेलने का शौक था और उन्होंने 10 साल की उम्र में ही हॉकी स्टिक को थाम लिया था उन्हें हॉकी खेलने का शौक हॉकी प्लेयर परघट सिंह(pargat singh) को देखकर पैदा हुआ था.. जो मनप्रीत सिंह के गांव के रहने वाले हैं मनप्रीत सिंह को अपने बचपन में काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा था उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी लेकिन फिर भी उन्होंने मनप्रीत के सपने को सपोर्ट किया मनप्रीत सिंह के पिता दुबई में कारपेंटर का काम करते थे और बीमारी के चलते उन्हें इंडिया वापस आना पड़ा था। लेकिन वो बीमारी की वजह से कोई  काम नहीं कर पाते थे.. मनप्रीत सिंह की मां ने सिलाई का काम करके अपने बच्चों का पालन पोषण किया। टोक्यो ओलंपिक मे भारतीय दल के मनप्रीत सिंह ध्वजा वाहक (flag bearer) भी रहे। मनप्रीत सिंह को पहली बार साल 2011 में 19 साल की उम्र में भारत के लिए खेलना शुरू किय।  जिसके बाद उन्हें साल 2013 में हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप में भारत के जूनियर मेंस हॉकी टीम का कैप्टन बनाया गया। इसके बाद मनप्रीत की कप्तानी में इंडियन टीम ने फाइनल में मलेशिया को 3-0 से हराकर सुल्तान- ऑफ जोहोर कप में आखिरी गोल्ड मेडल जीता यहाँ  मनप्रीत ने एक गोल किया था.. उन्हें साल 2014 में एशियन हॉकी फेडरेशन (Asian Hockey Federation  ) द्वारा जूनियर प्लेयर  ऑफ द ईयर का टाइटल मिला था । इसके बाद साल 2014 में साउथ कोरिया में एशियाई गेम्स में वो भारत की हॉकी टीम का हिस्सा थे जिसे मैच के फाइनल में उन्होंने अपने पाकिस्तानी कंपीटीटर को 4-2 से हराकर गोल्ड मेडल जीता था इसके बाद साल 2014 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में कॉमनवेल्थ गेम में भारत देश में सिल्वर मेडल जीता था। फिर उन्होंने साल 2016 में लंदन में मेंस हॉकी चैंपियन ट्रॉफी में सिल्वर मेडल जीता। जिसके बाद साल 2017 में भारत के मैच हॉकी टीम के कैप्टन बने।जिसके बाद साल 2021 में आयोजित टोक्यो ओलिंपिक में भारत ने साल 2020 के समर ओलिंपिक में ब्रोंज़ मैडल जीता था साल  1980 के बाद से हॉकी में यह पहला ओलिंपिक मैडल था।16 दिसंबर 2020 को इल्ली नजवा से सिद्दिकी से शादी कर ली। उनकी एक बेटी भी है । मनप्रीत सिंह को एडिडास नहीं साल 2018 में मंत्री सिंह को भारत देश में अपना ब्रांड एंबेसडर पॉइंट किया और इस साल होने अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था।