Deepinder Goyal

आज के बाद में जब भी हमें कैसे खाना खाने का दिल करता है तो बिना कुछ सोचे समझे हम का फोन उठाते हैं ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर देते हैं और सर कुछ ही देर में खाना हमारे door step पर आ जाता है हमें किसी चीज की कोई दिक्कत नहीं होती है क्योंकि मन किया तो Zomato किया तो आइए जानते हैं कि कैसे अपने ऑफिस की समस्या को सॉल्व करने से लेकर जितेंद्र गुप्ता ने शुरू किया business Zomato जो कि आज नंबर वन food online delivery services है दीपेंद्र गुप्ता के माता-पिता दोनों ही टीचर थे ऐसे बैकग्राउंड से होने के बावजूद भी दीपेंद्र एक बहुत ही वीक स्टूडेंट थे और एक वक्त ऐसा भी आया जब छठी क्लास में ही फेल हो गए जिसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई पर और ज्यादा ध्यान देना शुरू किया हर वक्त के साथ वह पढ़ाई में अच्छे होते गए आगे चलकर उन्होंने दिल्ली के IIT का xam clear कर लिया और उनका addmission delhi के IIT में हो गया और उन्होंने integrated m-tech in mathematics and computing की डिग्री हासिल की फिरौन की नौकरी ban and company मैं लग गई अच्छी नौकरी होने के बावजूद भी वह सेटिस्फाई नहीं थे उनके दिमाग में हमेशा से ही प्रशंसनीय का ख्याल था एक दिन उन्होंने यह चीज नोटिस करी अपने ही ऑफिस के कैफिटेरिया में ऑफिस के सारे एंपलॉयर्स मैं न्यू देखने में बहुत वर्क लगाते थे इस चीज में बहुत वक्त लगता था और लोगों को इरिटेशन भी होती थी और वह सही से उन्हें उनके प्रश्न उसका आईडिया मिल गया इंटरनेट के जरिए उन्होंने अपने ऑफिस के कैफिटेरिया के मैन्यू को स्कैन करके एक वेबसाइट पर डाल दिया जिनसे लोगों की मुश्किलें हल हो गई और उनका टाइम भी बचने लगा और उन्हें यह तरीका बहुत पसंद आने लगा जब उन्होंने देखा कि लोगों के काम में उनका यह आइडिया रहा है तो उन्होंने और गंभीरता से अपने इस आईडिया पर विचार किया और इंटरनेट की बढ़ती संख्या को देखते हुए उन्होंने ऑनलाइन पर सर्च करने का सोचा औरत ने ऐसी आइडिया को थोड़ा और बड़ा करके सोचा जिससे उन्होंने एक वेबसाइट बनाई जिसका नाम था foodibay जिसमें दिल्ली के सभी रेस्टोरेंट के menu की जानकारी लोगों को मिल जाती थी और सात ही इसमें rating facility भी थी जिससे लोगों को क्रेस्ट्रॉन के खाने के taste का अंदाजा मिल जाता था और उनका वक्त बर्बाद नही होता था फिर उन्होंने delhi में एक outlet खोला लेकिन अपने जिस दोस्त के साथ मिलकर उन्होंने वो outlet खोला था वह मुंबई चले गए जिस वजह से उस आउटलेट का बिजनेस स्ट्रगल करने लगा फिर इस मुश्किल घड़ी में दीपेंद्र का साथ दिया पंकज चड्ढा ने जो IIT DELHI से 2007 में पास आउट हुए थे और फिर हम दोनों ने साथ मिलकर वक्त के साथ इस वेबसाइट पर काम करना शुरू किया और लोगों का ट्रैफिक पड़ता है क्या अपनी ऑनलाइन सर्विस उसको दिल्ली में फैलाने के बाद उन्होंने इसकी शुरुआत मुंबई और कोलकाता मैं भी की इसी बीच टीवी कंपनी का लीगल नोटिस मिलने से उन्हें अपनी वेबसाइट का नाम बदलना पड़ा दरअसल eBay company पहले से ही exist karti thi aur उनके वेबसाइट का नाम uske Naam से काफी मिलता था isliye unhone 2010 में apni website or company ka naam badalkar Zomato kar liyaऔर Zomato Naam tomato se he bana h or isiliye Zomato k logo ka rang bhi Lal hai और फिर 2011 में दिल्ली NCR, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, पुणे, कोलकाता इन सभी शहरों में अपनी services देना करोकिया आज आप लोगों ने इस कंपनी को इतनी तेजी से लोगों के बीच बढ़ते हुए देखा तो बहुत ही बड़ी कंपनी से आगे बढ़कर Zomato में invest किया फिर वक्त के साथ Zomato का एक app भी launch किया गया फिर एक वक्त ऐसा भी आया जब कंपनी को बहुत लॉस झेलना पड़ा लेकिन जब इंटरनेट का प्राइस घटा तो फिर से जोमैटो कंपनी फायदे में आ गई और अपने बिजनेस को एक्सटेंड करते हुए अब वह सिर्फ menu तक पर ही सीमित नहीं थी अब उन्होंने online food delivery हीरो कर दी थी और आज के समय में देखें तो 24 अलग-अलग देशों में Zomato के 8 करोड़ से भी ज्यादा युवराज है हम बस इतना ही कहेंगे कि बिजनेस वही सक्सेसफुल होता है जो लोगों की समस्याओं को समझकर उसका हल निकालता है लोगों की सुविधाओं के लिए जब तक हमारा ध्यान प्रॉब्लम को सॉल्व करने में और उनका सॉल्यूशन निकालने में रहेगा तब तक हमें कोई फेल नहीं कर सकता