Abhinandan Varthaman

अपनी जान को वतन के लिए कुर्बान करने से ना करने से डरने वाले ऐसी वतन प्रेमियों को आपने अक्सर इतिहास के पन्नों में देखा होगा हम एक ऐसे देश प्रेमी के बारे में बात करेंगे जिसे सुनकर आपके दिल में भी देश के प्रति प्रेम पैदा हो जाएगा वह वह वतन प्रेमी कोई और नहीं वह है विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान भारतीय वायुसेना के एक फाइटर पायलट है इनका जन्म 21 जून 1983 को तमिलनाडु में हुआ इनका जन्म एक सैनिक परिवार में हुआ था इनके पिता का नाम सिन्हा कुट्टी वर्धमान है इंडियन एयरफोर्स में एयर मार्शल की पोस्ट पर रहे इनके पिता ने अपने मिलिट्री कैरियर में 4000 घंटों से अधिक 40 अलग-अलग फाइटर जेट्स पर उड़ान भरी इतना ही नहीं इनके पिता ने 1999 के कारगिल वॉर में 2001 के पार्लियामेंट में हुए टेरेरिस्ट अटैक पर बहुत ही अहम भूमिका निभाई। जिसके लिए वर्तमान के पिता को 2011 में ईस्टर्न एयर कमांड का कमांडिंग इन चीफ भी बनाया गया इनके पिता को परम विशिष्ट सेवा मेडल अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया और साल 2012 में इनके पिता इंडियन एयर फोर्स से एयर मार्शल की पोस्ट से रिटायरम हुए। अभिनंदन वर्धमान में देश प्रेम की भावना कहीं और से नहीं अपने पिता और दादा से आई अभिनंदन ने अपनी शुरुआती पढ़ाई चेन्नई के सैनिक वेलफेयर स्कूल से पूरी की यहां से उन्होंने ट्वेल्थ क्लास तक की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद एनडीए के एग्जाम में पास होकर इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन और ट्रेनिंग नेशनल डिफेंस एकेडमी से पूरी की अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद इंडियन एयरफोर्स में ज्वाइन कर ली अभिनंदन के मिलिट्री करियर की शुरुआत 19 जून 2004 को इंडियन एयर फोर्स पायलट के तौर पर ज्वाइन किया और इंडियन एयरफोर्स में इनका सर एक नंबर है 27981 अभिनंदन के फ्लाइंग ऑफिसर बनने के बाद इंडियन एयरफोर्स ने अपने भटिंडा और हलवारा आईएएस ट्रेनिंग सेंटर पर अभिनंदन वर्धमान को कड़ी ट्रेनिंग से गुजर ना पड़ा । इस ट्रेनिंग के दौरान इन्होंने कई ट्रेनिंग जेंट्स पर उड़ान भरी। और पूरी तरह से ट्रेनिंग होने के बाद अभिनंदन वर्तमान को 19 जून 2006 फ्लाइंग ऑफिसर से फ्लाइट लेफ्टिनेंट रेंट पर प्रमोशन दिया गया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट बनने के बाद अभिनंदन ने कई फाइटर एयरक्राफ्ट जैसे Sukhoi 30- MKI ,TEJAS, MIG 29 एयरक्राफ्ट पर उड़ान भरी और अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए अभिनंदन को 8 जुलाई 2010 में फ्लाइट लेफ्टिनेंट से squadron leader बनाया गया और अपनी प्रमोशन के कुछ सालों के बाद मिग-21 bison की squadron को इंडियन एयरफोर्स में शामिल किया गया और भारतीय वायुसेना के फाइटर पायलट के लिए यह एक नया फाइटर एयरक्राफ्ट था जिसको उड़ा पाना बेहद मुश्किल था उसके बावजूद भी अभिनंदन ने कुछ महीनों के अंदर ही mig-21 बायसन एयरक्राफ्ट पर अपनी कड़ी पकड़ बना ली जिसके लिए उनका प्रमोशन एक बार फिर से 19 जून 2017 को विंग कमांडर बनाया गया प्रमोशन होने के बाद उनकी जिंदगी में सब कुछ अच्छा चल रहा था उनका फाइटर एयरक्राफ्ट क्षतिग्रस्त होने पर 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तानी सेना ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया उसके बाद अभिनंदन वर्धमान की कई प्रताड़ित वीडियोस सामने आई लेकिन इसके बावजूद भी अभिनंदन ने बिना डरे डटे रहे और कोई भी भारतीय रक्षा संबंधी जानकारी पाकिस्तानी आर्मी को नहीं दी और इंडियन एयर फोर्स रक्षा मंत्रालय विदेश मंत्रालय के कड़े प्रयासों के चलते इंटरनेशनल दबाव बनाकर पूरे सम्मान के साथ अभिनंदन वर्तमान को भारतीय पाक सीमा पर स्थित बाघा बॉर्डर पर 1 मार्च 2019 को भारतीय वायुसेना को सोपे गए जिसके बाद अगस्त 2019 में इंडियन गवर्नमेंट के द्वारा विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को उनकी वीरता के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया